कई बार आप ने  एनिमेशन चिजे देखी होती है लेकिन आप को पता नही होता है की ये एनिमेशन होता है हैलो दोस्तो मै टेक्निकल माजिद और आप सभी लोगो का एनिमेशन इस  महत्वपूर्ण आर्टिकल मे welcome करता हु यदि आप जानना चाहते है की एनिमेशन क्या है तथा इनके प्रकार क्या व एनिमेशन का इस्तेमाल और कैसे होता है तो इस पोस्ट को अंत तक पढे 



what is animation



 एनिमेशन ( Animation ) क्या है?

एनिमेशन किसी भी मल्टीमीडिया प्रोग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है । मल्टीमीडिया सिस्टम में अंतर्निर्मित डेडिकेटेड   ( Dedicated ) हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर एनिमेशन स्पीड ( Animation Speed ) को बढ़ाते हैं । 

स्थिर इमेजेज ( Stil Images ) के एक श्रृंखला को क्रमांतर में लगातार प्रदर्शित होने की प्रक्रिया को एनिमेशन ( Animation ) कहा जाता है । मल्टीमीडिया में रूप से दो प्रकार के एनिमेशन का प्रयोग किया जाता है - 


  1. 2- D एनिमेशन और 
  2. 3 - D एनिमेशन 


2- D एनिमेशन 

2 - D एनिमेशन को सेल ( Cell ) अथवा पिक्सल ( Pixel ) आधारित एनिमेशन भी कहा जाता है । जिसमें एक समय में एक फ्रेम में कुछ फ्लैट इमेजेज ड्रा  ( Draw ) किए जाते हैं । यद्यपि इस प्रक्रिया में काफी लम्बा समय लगता है , उत्तम होती है । 


2-d animation


विदित हो कि किसी भी मल्टीमीडिया उत्पाद में एनिमेशन इफेक्ट ( Animation Effect ) डालने के लिए एनिमेशन सॉफ्टवेयर / पैकेज का प्रयोग किया जाता है ।

मॉर्मिंग ( Morphing ) और वार्मिंग ( Warping ) दो सबसे अधिक प्रयुक्त होने वाले एनिमेशन इफेक्ट्स ( Animation Effects ) हैं । 

मॉर्मिंग ( Morphing ) में ऐसा प्रतीत होता है कि एक इमेज से दूसरी इमेज निकल रही है ; जबकि वार्मिंग ( Warping ) में एक ही इमेज को विभिन्न परिवर्तन ( Changes ) तथा प्रभावों के साथ दर्शाया जाता है । 


3 - D एनिमेशन


3-d animation


3 - D एनिमेशन में किसी 3 - D इमेज अर्थात् 3 - D ऑब्जेक्ट का मैथेमैटिकल मॉडल ( Mathematical Model ) क्रिएट करके , उसे कलर ( Colour ) और शेड ( Shade ) करके एवं अन्य विशिष्ट प्रभाव डालकर मूव ( Move ) करते हुए दर्शाया जाता है । 

आजकल 3 - D एनिमेशन फिल्म , वीडियो तथा मल्टीमीडिया उत्पाद का एक अनिवार्य मीडिया तत्व ( Element ) बन चुका है ।


 3 - D एनिमेशन के अन्तर्गत मुख्य रूप से तीन स्टेप आते हैं — मॉडलिंग ( Modeling ) , एनिमेशन ( Animation ) और रेन्डरिंग ( Rendering ) ।

 इन तीनों में पहले दो स्टेप्स अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं और इनमें अत्यधिक समय भी लगता है । मॉडलिंग ( Modeling ) , 3 - D एनिमेशन का डिजाइन फेज ( Design Phase ) है , जिसमें 3 - D ऑब्जेक्ट क्रिएट किया जाता है । 

किसी भी ऑब्जेक्ट के 3 - D मॉडल में X और Y एक्सिस ( Axis ) के अतिरिक्त Z एक्सिस भी होता है , जो उस ऑब्जेक्ट की गहराई ( Depth ) को दर्शाता है । 

ऑब्जेक्ट का 3 - D मॉडल क्रिएट ( Create ) करने के पश्चात् उसमें कलर ( Colour ) , शेडिंग ( Shading ) करके उसे और भी वास्तविक स्वरूप दिया जा सकता है । 


एनिमेशन फेज ( Animation Phase ) में इन 3 - D ऑब्जेक्ट को एक मोशन पाथ ( Motion Path ) में एक ओर से दूसरी ओर मूव ( Move ) किया जाता है । 

अन्तिम फेज अर्थात् रेन्डरिंग फेज ( Rendering Phase ) में 3 - D एनिमेशन क्रिएट ( Create ) करने के लिए सभी 3 - D इमेज के फ्रेम टुकड़ों में विभाजित हो जाते हैं 

और 3 - D एनिमेशन प्रोग्राम द्वारा प्रत्येक फ्रेम के सभी कलर , टैक्स्वर मैप्स , लाइट सोर्स ( Light Source ) इत्यादि को मिला दिया जाता है । 

टैक्स्वर मैप , किसी भी ऑब्जेक्ट के 3 - D मॉडल के लिए एक वाल पेपर ( Wall Paper ) होता है , जिसमें एक ग्राफिक इमेज एक मॉडल की सतह के ऊपर से ढका होता है 


Final Word

दोस्तो मै ने इस आर्टिकल मे एनिमेशन के बारे मे सारी चिजे बता दी है की एनिमेशन क्या तथा एनिमेशन कहा कहा इस्तेमाल होता है तथा इन के प्रकार यदि आप को कोई भी एनिमेशन से related Question है तो आप कमेंट कर सकते है