Flow Chart क्या है (what is Flow chart)
किसी समस्या को GRAPGHICAL आक्र्तीयों का प्रयोग करके हल करने की विधि को flow chart कहा जाता है | ये आक्र्ती विभिन्न कार्यो के लिए अलग-अलग होती है तथा प्र्तेक कार्यो के लिए एक निश्चित आक्र्ति का प्रयोग किया जाता है |
flowchart किसी program मे डाटा (data) के flow को दर्शाता है इसके अतरिक्त ये प्रोग्राम मे होने वाले सारे Processing Logic को भी दर्शाता है
फ्लो चार्ट का प्रयोग करके हम किसी कठिन और बड़ी समस्य को आसानी से समझने मे मदद करता है flow chart का प्रयोग करके हम विभिन्न Program भाषा program लिख सकते है |
Flow chart symbols :-
Flow Chart बनाने के लिए विभिन्न आकार की आक्र्तियों का प्रयोग किया जाता है | प्र्तेक आक्र्ति या चिन्ह फ्लो चार्ट की भाषा मे एक विशेष अर्थ रखता है
ये चिन्ह Flow chart मे program logic को सरल व प्र्भवी तरीके से वयक्ति करते है Flow chart का प्रयोग किसी समस्य को step by step Slove करने के लिए करते है जिसमे मे प्र्तेक steps को एक Pictorial form मे प्र्दर्सित किया जाता है विभिन्न प्रकार के निर्देशों के लिए अलग-अलग आक्र्तियों के Box प्रयोग किए जाते है
Flow chart बनाने के नियम (Rules to draw FlowChart)
Flow chart लिखने के लिए निन्म्लिख्त प्रकार के नियम
- FlowChart बनाने के लिए सारी आवश्यक जरूरते Logic Order मे list होनी चाहिए
- Flow chart को सरल, प्र्भवी तथा स्पष्ट होना चाहिए अर्थात साफ तरीके से लिखा होना चाहिए
- फ्लो चार्ट मे डाटा का Flow left to Right या Top to Bottom होना चाहिए केवल एक लिने Processing Box से बाहर आनी चाहिए
- केवल एक लाइन dissign Symbol मे प्र्वेश करनी चाहिए लेकिन दो या तीन फ्लो Lines Digital Symbol से बाहर निकली चाहिए
- जटिल Flow chart होने पर Conector Symbol का प्रयोग होना चाहिए
- फ्लो चार्ट को हमेसा Start symbol से सुरू तथा End Symbol से खतम किया जाता है
फ्लो चार्ट के फायदे (Advantage of flowchart)
1.Communication :-
फ्लो चार्ट मे Program Logic को समझने के लिए अनेक चिन्हो का प्रयोग किया जाता है जिससे की Program हमे आसानी से समझमे आ जाता है इस प्रकार फ्लो चार्ट प्रोग्राम को एक अच्छा Communication मद्द्यम Provide करता है
2. Effective Analgsis :- फ्लो चार्ट की मदद से किसी भी समस्या का प्रभाव शाली विशेलेषद कर सकते है
3.Effhective Coding :-
फ्लो चार्ट बनाने के पश्चात किसी भी program को Code के रूप मे लिखना आसान हो जाता है क्योकि ये Program को सुरुवात से लेकर आखिरी बिंदो तक दिशा निर्देश देता है4. Proper Docimentation :-
किसी प्रोग्राम का फ्लो चार्ट docimentation करने मे मदद करता है
5. Proper Debugging :-
फ्लो चार्ट का प्रयोग किसी प्रोग्राम मे Error डुडने तथा उसे खतम करने मे किया जाता है
6. Provide systement Approech :-
फ्लो चार्ट किसी भी Program अथवा सिस्टम की वैधिता तथा प् प्रमाणिता को दर्शाने के लिए Systmise Approch प्रदान करता है
फ्लो चार्ट से हानिया (disadvantage of Flowchart)
1.Complex logic :- फ्लो चार्ट किसी भी कढ़िन Program Logic के लिए बहुत कढ़िन तथा भारी हो जाता है
2.Modification :- यदि बने होने Flow chart मे कुछ बदलाओ या चैन करना है तो हमे पूरा flow chart सुरू से बनाना पड़े गा
3. Reproduction :- Flow chart बनाना एक एक बड़ी समस्या है क्योकि इस मे symbol Type नही किया जा सकता
Final Word :-
दोस्तो मै आशा करता हु की आप लोगो को ये पोस्ट पसंद आई होगी यदि आप लोगो के पास कोई question है तो आप Comment कर के पूछ सकते है